प्रधानमंत्री मोदीने एक बात कही थी की ” मैंने अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन तथा AUDA के चेयरमैन के रूप में भूपेंद्रभाई की प्रशासनिक क्षमताओं को देखा है”.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल… करीब 2 साल पहले जब उन्हें सत्ता की कमान सौंपी गयी थी तब बहुत कम ही लोग उन्हें जानते थे.. अहमदाबाद में भी जब वो म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन या AUDA के चेयरमैन पद पर रहे, तब भी बड़े ही लो-प्रोफ़ाइल ही रहे, इसलिए यहाँ भी ज्यादा नोटिस में नहीं आये.. ऊस वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने एक बात कही थी की ” मैंने अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन तथा AUDA के चेयरमैन के रूप में भूपेंद्र भाई की प्रशासनिक क्षमताओं को देखा है”. उन्होंने कहा “भूपेंद्र भाई मृदु (यानी स्वाभाव से बहुत शांत और सरल) हैं पर अपने फैंसलों में मक्कम (यानी दृढ़) हैं… और वो हमने उनकी कार्यशैली में देखा की भुवेंद्र भाई फैसले लेने में दृढ़ हैं और अपने मंत्रियों क FREE HAND देते हैं, चाहे फिर वो सर्कल रेट्स का रिविज़न हो, GST चोरी और ड्रग्स के खिलाफ सरकार की मुहीम हो.. बीपोर जॉय चक्रवात के दौरान ZERO LIFE LOSS क ध्येय हो.. या करप्शन के खिलाफ मुहीम हो ( R&B में हाल ही में लिए गए ऐक्शन्स इसका प्रमाण हैं).

वो पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिनके जाने की अफवाहें उनके आने के साथ ह शुरू हो गयीं थी और समय – समय पर उठती रहीं पर इससे उन्हें कभी फर्क नहीं पड़ा वो बिना व्यथित हुए अपना काम करते रहे.. यहाँ तक की कुछ समय पहले एक उनक बेटे की बीमारी को लेकर भी उन्हें टारगेट किया गया .. अहमदाबाद साइबर क्राइम द्वारा इस षड्यंत्र के खिलाफ फ़रियाद तक दर्ज की गयी पर मृदु स्वाभाव के भूपेंद्र भाई ने उस पर कोई भी ऐक्शन लेने से मना कर दिया.. इन फैक्ट मैंने सुना है की वो अपने अधिकारीयों से भी अक्सर कहते हैं की कोई भी फैसला लेते समय सरकारी निति नियमो के साथ साथ कुदरत के नियमो का भी ध्यान जरूर रखना

इस दौरान उनसे कई बार मिलना हुआ.. पूछे बिना रहा नहीं गया की कैसे वो अपने जीवन में इतना सामंजस्य बना पाते हैं.. उन्होंने बताया क़ि उन्हें कोई भी अफवाह प्रभावित नहीं करती हैं.. कोई उनके खिलाफ बुरा भी बोलता है तो वो कभी उसका बुरा नहीं लगाते ..फिर मुझे छोटी छोटी कुछ पुस्तकों का सेट दिया और कहा इसक जवाब इन पुस्तकों में छुपा है.. “दादा भगवान” के कथनो को रेखांकित करती इन पुस्तकों मैंने पढ़ा और एक नहीं दो बार पढ़ा .. डिटैचमेंट के लिए बहुत जरुरी बहुत ही सरल बाते .. शायद अपनाना उतना ही मुश्किल .. पर मुझे लगता है भूपेंद्र भाई अध्यात्म के इन मूल्यों. को रोज़ जीते हैं और इसिलए इतने सरल और दृढ़ हैं ..

आज उनके जन्मदिन के अवसर पर उन्हें ढेर सारी शुभकामनाये, हैप्पी बर्थडे भूपेंद्र भाई

@Bhupendrapbjp

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